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नीम के साए तले फिर से खिलती मुस्कुराती ....पैंजी....
Wednesday, March 26, 2008
देर तक सूने आसमान में अकेली
उड़ चुकने के बाद थक चली
उस छोटी आवारा दिल चिड़िया ने
तय किया चैन की साँस लेना
उस अकेले पेड़ की मजबूत शाख
पर बने एक छोटे सुंदर से घोंसले में....
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phool kabhi murjhaate nahi....muskuraate hain bas...
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