Wednesday, January 16, 2008

सबने कहा
मुझे हँसना चाहिऐ
अपनी उदास आंखों
के बावजूद
अपने होंठों पर
मुस्कुराहट की मिस्सी
लगा लेनी चाहिऐ ,

और फिर मैंने
शुरू किया
हँसना ,खिलखिलाना
और मेरे होंठ ये बेचारे
इतना मुस्कराए कि
अब इनके मुस्कुराते कोनों
से लहू दिखने लगा है...

देखना जरा ,
अब कैसे लगते हैं
मेरे सुर्ख होंठ ?

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